गोरखपुर: यूपी के गोरखपुर के उत्तरी छोर पर स्थित चिलुआताल अब जल्द ही रामगढ़ताल की तरह एक प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में उभरने वाला है। प्रशासन ने तालाब के दूसरे छोर पर एक लेक व्यू प्वाइंट बनाने की योजना को हरी झंडी दे दी है, जहां बैठने के लिए एक आकर्षक केंद्र, पैदल पथ, बोटिंग सुविधा, फूड कोर्ट और खरीदारी के लिए दुकानें भी होंगी। इस नए पर्यटन स्थल के निर्माण के बाद, परिवार के साथ घूमने और लजीज व्यंजनों का आनंद लेने का एक नया विकल्प मिलेगा।
लेक व्यू प्वाइंट का निर्माण कार्य जारी
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार खाद कारखाने की दिशा में एक लेक व्यू प्वाइंट का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, जिसमें 60% काम पूरा हो चुका है। प्रशासन का लक्ष्य बालापार, टिकरिया फोरलेन के बाद ताल के दूसरे छोर को भी विकसित करना है, ताकि वहां के लोग आसानी से इस खूबसूरत जगह तक पहुंच सकें।
इस विकास के लिए गोरखपुर पर्यटन विभाग ने जमीन की मांग की है, जहां ODOP (एक जिला एक उत्पाद) की वस्तुओं की दुकानें भी बनाई जाएंगी। इसके साथ ही, आधुनिक शौचालय, बेंच, और गजेबो जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
पहला लेक व्यू प्वाइंट नवंबर तक तैयार
चिलुआताल के पहले लेक व्यू प्वाइंट का काम तेजी से चल रहा है, और इसे लगभग 20 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत 560 मीटर लंबा घाट, बेंच और शौचालय जैसी सुविधाएँ बनाई जा रही हैं। तालाब के सौंदर्यीकरण के बाद, यह गोरखपुर का नया आकर्षण बनने जा रहा है, जहाँ लोग सुबह-शाम सैर कर सकेंगे और चाय का आनंद ले सकेंगे। प्रशासन के अनुसार, यह प्वाइंट नवंबर तक जनता के लिए खुल जाएगा।
नया भजन संध्या स्थल: गोरखपुर में सांस्कृतिक विस्तार
गोरखपुर में सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए यूपी का 5वां भजन संध्या स्थल जल्द ही बनने जा रहा है। इस स्थल के निर्माण के लिए रामगढ़ताल क्षेत्र में भूमि की खोज की जा रही है, ताकि भजन-कीर्तन में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। चिलुआताल के समीप 33,000 वर्ग मीटर भूमि पहले से ही चिन्हित की जा चुकी है, जबकि रामगढ़ताल में एक उपयुक्त स्थान की तलाश की जा रही है। यह नया स्थल गोरखपुर के धार्मिक और सांस्कृतिक जीवन को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।