उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एम्स को लेकर बड़ा कदम उठाया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में शिलान्यास की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। शुक्रवार को एम्स के ऑडिटोरियम में विभिन्न संस्थानों के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इसमें पॉवर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की ओर से इमरजेंसी वार्ड के सामने पार्किंग क्षेत्र में 500 बेड का विश्राम सदन बनाने की योजना तय हुई।
इस प्रोजेक्ट पर 45 करोड़ रुपये का खर्च पॉवर ग्रिड के सीएसआर फंड से किया जाएगा। विश्राम सदन का निर्माण ढाई साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है और इसे 31 मार्च 2027 तक तैयार किया जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि यह विश्राम सदन पूर्वांचल, बिहार और नेपाल से इलाज के लिए आने वाले करीब 50 लाख मरीजों और उनके परिजनों को बड़ी राहत देगा।
एम्स के विकास में बड़ा कदम
गोरखपुर एम्स में यह 500 बेड का विश्राम सदन स्थानीय और बाहरी मरीजों के लिए एक बड़ा सहारा साबित होगा। पॉवर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के साथ हुए इस समझौते से एम्स की सुविधाओं में और भी सुधार होगा। इस विश्राम सदन में मरीजों और उनके परिजनों के लिए आरामदायक इंतजाम किए जाएंगे, जिससे इलाज के दौरान उन्हें कोई कठिनाई न हो।
पूर्वांचल, बिहार और नेपाल के मरीजों को मिलेगा लाभ
यह विश्राम सदन पूर्वांचल, बिहार और नेपाल से आने वाले मरीजों और उनके परिवारों के लिए वरदान साबित होगा। यहां इलाज कराने आने वाले 50 लाख से अधिक लोगों को सीधे तौर पर इसका लाभ मिलेगा। यह कदम क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के साथ ही गोरखपुर को चिकित्सा क्षेत्र में एक नई पहचान देने का काम करेगा।
2027 तक होगा निर्माण कार्य पूरा
एम्स में बनने वाले इस विश्राम सदन का निर्माण 31 मार्च 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। ढाई साल के अंदर यह परियोजना पूरी होने पर एम्स गोरखपुर में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों के लिए यह एक बड़ी सुविधा होगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस पहल को मरीजों की भलाई के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताया है।